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    दिल्ली वाली आंटी की बुर को पेल के फार                                      दिया 

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Hii दोस्तों
          मै आप सभी का दोस्त सुनील और मै आप सभी का अपने इस website पर हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन करता हूँ  मै अपने जिंदगी का एक ऐसा रहस्य आप सभी शेयर करने जा रहा हूँ जो मेरे जिंदगी का बहुत ही सुखद पल था आइये कहानी शुरू करते हैं
         यह sex story सन 2013 की है जब मैं अपने मौसी के घर पढाई की छुट्टियों में गया था मेरे मौसी के घर के बगल में दो औरते रहती थी उनमे से एक की  उम्र करीब 45 और दूसरे की 48 थी उनमे से एक के पति की  8 या 9 वर्ष पूर्व ही की मृत्यु हो गयी थी तथा दूसरे के पति job करते थे जिसकी वजह से वे ज्यादातर बाहर ही रहते थे जिसके पति मर गए थे उनका नाम सारदा था जिनके दो पुत्र थे और वे दोनों एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे तथा दूसरी औरत के एक पुत्र तथा एक पुत्री थी लड़के की शादी हो गयी थी और वह अपनी पत्नी के साथ जॉब करता था तथा लड़की की शादी अभी नहीं हुई थी वह अभी पढाई कर रही थी और इस औरत का नाम सुमित्रा था
         उनमे से एक औरत काफी मोटी और देखने में काफी  खूबसूरत थी जिसको देखते ही किसी भी व्यक्ति का मन दोल जाये और दूसरी औरत थोड़ी पतली और हल्का सावली थी क्या पतली कमर थी मेरा लंड तो उन्हें देखते ही खड़ा हो जाता था                                                                               मै 6 मई को मौसी के घर गया जब मै मौसी के घर गया तो वहा पर ये दोनों औरते भी थी और मैंने सभी के पैर छुआ और मौसी ने जाते ही पूछा यहाँ कैसे आ गए हो सुनील तब मैने कहा छुटिया बिताने के लिए तब उन्होंने कहा चलो अच्छा किया और उसके बाद उन्होने कहा बड़ी दूर से आये हो जाकर नहा कर आराम कर लो और उसके बाद मै स्नान करने चला गया और मेरे जाने के बाद उन दोनों औरतो पूछा यह कौन है तो मेरी मौसी ने बताया यह मेरी मिर्जापुर वाली बहन का लड़का है मै आप को बता दू की मेरी मौसी दिल्ली में रहती है और उनका एक पुत्र और तीन पुत्रिया है
           मै स्नान करके जब मै बाहर आया तो मैंने देखा की शारदा आंटी मुझे बहुत ही ध्यान से देख रही थी क्योकि मै सिर्फ तौलिया पहने हुआ था और शर्त भी नहीं पहना हुआ था पर मै उस समय यह समझ नहीं पाया की वह मुझे ऐसे क्यों देख रही है पर मुझे इसका पता बाद में चला की वह मुझे हवस की निगाह से देख रही थी उसके बाद मै उस कमरे में गया जहा पर मैंने अपना bag रखा था मैंने अपने बैग से कपडे निकले और उसे पहन कर bed पर आराम करने लगा लगभग 20 मिनट आराम करने के बाद मौसी उसी कमरे में आयी और उन्होंने मुझे खाना खाने को कहा उसके बाद मै खाना खाया और सो गया शाम को जागकर मै मौसी से बात करने के लिए बैठ गया तभी शारदा आंटी रोज की भाटी फिर मौसी के घर आयी और आते ही उन्होंने कहा क्या सुनील केवल अपने मौसी से ही बात करोगो या हमसे भी मैंने कहा ऐसी कोई बात नहीं है यह सुनते ही शारदा आंटी तुरंत मुझसे सत कर बैठ गयी और उन्होंने अपना एक हाथ मेरे जाँघे पर रख दिया मैंने सोचा सायद अनजाने में रखा होगा पर ऐसा नहीं था कुछ समय अपने हाथ को उसी तरह मेरे जांघो पर रखने के बाद धीरे धीरे वह मेरे जांघो पर अपना हाथ मसलाना शुरू कर दिया मौसी मुझसे बात करने में व्यस्त थी और उनका ध्यान इन सब बातो पर नहीं था ऐसा करने से मेरा लंड धीरे धीरे एक तम्बू बनाता जा रहा था अब मेरे सब्र का बाढ़ टूट गया और मै उठकर खड़ा हो गया और मैंने मौसी से कहा मौसी मै अपने कमरे में जा रहा हूँ मै उसी कमरे में गया और रूम का दरवाजा बंद कर दिया और मैंने अपना पेंट खोला और उसे घुटनो तक सरकाया और अपने लंड को मूठ मारने लगा और अपने भूख को उस दिन मूठ मर कर ही सांत किया
          अगले दिन सारदा आंटी सुबह के समय मौसी के घर फिर आयी और आते ही उन्होंने मौसी से कहा सुनील कहा है तो मौसी ने कहा क्या बात है तो सारदा आंटी ने कहा कुछ नहीं बस सुनील को लेकर शॉपिंग करने जाना है मौसी ने कहा वह अपने रूम में है शारदा आंटी रूम में आयी और मुझसे कहा सुनील मुझे थोड़ा मार्किट लेकर चलना क्या चलोगे तो मैने कहा क्यों नहीं आंटी और मैंने कहा आंटी आप अपने घर चलिए मै आता हूँ उसके बाद वह अपने घर चली गयी और फिर मैंने अपने कपडे बदले और बाल झाड़ा और उनके घर गया उसके बाद उन्होंने मुझे बाइक की चाभी दी और कहा चलो मैंने बाइक चालू की और उसके बाद मैंने उनको बाइक पर बैठने को कहा वह बाइक पर बैठी और अपना एक हाथ मेरे कमर में डालकर मुझे कस कर पकड़ लिया और उसके बाद हम market के लिए चल दिए वह मुझे इस प्रकार से पकड़ी थी की उनका दोनों बूब्स मेरे पीठ पर घिस रहे थे मुझे बहुत ही आनंद आ रहा था और उन्होंने धीरे धीरे अपना हाथ मेरे लंड के ऊपर सरककर रखा और मेरे लंड को मसलना शुरू कर दिया अब मेरा लंड पूरा तनकर 8 inch का हो गया और उसकी मोटाई 3 inch का हो गया मैंने कहा आंटी जी ये क्या कर रही है तो उन्होंने कहा क्या तुम्हे अच्छा नहीं लग रहा है तो मैंने कहा अच्छा तो लग रहा पर यह सही जगह नहीं है तो वह मान गयी और कहा वापस चलो हम market बाद में जायेगे उसके बाद मैंने बाइक को मोरा और वापस घर आ गए उन्होंने मुझे अपने bedroom में चलने को कहा और मै उनके bedroom में गया उसके बाद उन्होंने दरवाजे के कड़ी को बंद किया और फिर मुझे धक्का देकर bed पे गिरा दिया और मेरे ऊपर लेट गयी और मुझे जोरो से किस कर रही थी मानो एक भूखी शेरनी अपना शिकार नोच रही हो लगभग 20 मिनट लगातार मुझे  नोचने के बाद वह मेरे ऊपर से उठी और उसके बाद उन्होंने मेरा पेंट खोला और उसे निकल कर एक तरफ फेक दिया और वह मेरे लंड को देख कर हैरान हो गयी और कहा बाप रे सुनील तुम्हारा लंड कितना लम्बा और मोटा है मैंने आज तक इतना बड़ा और मोटा लंड कभी नहीं देखा है यह तो मेरी बुर को फार ही डालेगा और उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया और वह मेरे लंड को बहुत ही तेजी के साथ चूस रही थी जिसकी वजह से मेरा लंड उनके सामने 5 मिनट भी नहीं टिक सका और उनके मुँह में ही झड़ गया और उन्होंने मेरा पूरा वीर्य पी लिया और उसके बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने मुँह से बाहर निकला और कहा तुम्हारा वीर्य बहुत ही स्वादिस्ट है
         उसके बाद उन्होंने अपने कपडे उतरे और फिर मेरे शेष कपडे को भी उतार दिया अब वह मेरे सामने बिलकुल नंगी थी मै आप को बता दूँ की मैंने आज तक किसी भी औरत को नंगा नहीं देखा था उस समय मानो मै स्वर्ग की सैर कर रहा हूँ फिर उसके बाद उन्होंने अपना पैर फैला दिया और कहा मेरी बुर को चुसो मैंने ऐसा ही किया मैने अपने होठो से उनके रसीले बुर को चूसना शुरू किया तो उनके मुँह से आह  , आह की मधुर आवाज आना शुरू हो गया और वह कहे जा रही थी सुनील बहुत मजा आ रहा है इसी तरह मेरे बुर को चूसते रहो कितने वर्षो के बाद आज मेरी प्यास शांत होने वाली है यदि सुनील तुम मेरी जिंदगी में पहले आ गए होते तो मुझे इतने वर्षो तक तरसना नहीं पड़ता आह बहुत आनंद आ रहा है कभी मै उनके बुर में अपनी जीभ पेल देता तो उनके मुँह से हलकी चीख निकल जाती करीब 10 मिनट चूसने के बाद उनकी बुर ने मेरे मुँह में पानी छोड़ दिया उनका वीर्य बहुत ही सवादिस्ट था जिसको मै पी गया अब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था उन्होंने कहा सुनील अब अपना लंड मेरी बुर में पेल दो उसके बाद मैंने अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और उनकी बुर पर भी और उसके बाद मैंने अपने लंड का सूपाड़ा उनकी बुर के छेद के बीचो बिच रखा और पुरे जोर से एक धक्का मारा और मेरा आधा लंड उनकी बुर में घुस गया और वह जोर से चीखते हुए मुझे धक्का दी और मेरे लंड को अपने बुर से बाहर निकाल दी और कहा क्या तुम पगला गए हो एक तो तुम्हारा लंड इतना लम्बा और मोटा है और दूसरी ओर मेरी बुर इतने वर्षो से चूडी नहीं है थोड़ा आराम से पेलो जावो वहा  सिंगरदान से आयल लेकर आओ मैंने आंटी से sorry बोला और आयल लाने गया जब मै आयल लेकर आया तो उन्होंने कहा इसे मेरी बुर में लगाओ मैंने आयल को अपने हाथ की हथेली पर गिराया और उनकी बुर की छेद में दो अंगुलियों से अंदर बाहर करके लगाया उसके बाद मैंने अपने लंड पर भी आयल को भली भाटी लगाया उसके बाद मैंने फिर से अपने लंड का सूपाड़ा उनकी बुर के छेद पर सेट किया और एक हल्का धक्का मारा और मेरा दो इंच लंड उनकी बुर में घुस गया और उनके से हलकी चीख निकल गयी फिर मैंने एक और धक्का मारा और इस बार मेरा 5 inch लंड उनकी बुर में घुस गया और उनकी मुँह से बहोत जोर से चख निकल गया और उनकी आँखों में आंसू भर गए उन्होंने कहा सुनील अभी कितना बाकि है मुझे बहुत दर्द हो रहा है मैंने कहा बस आंटी घुस ही गया है हाला की मेरे लंड में भी दर्द हो रहा था क्योकि उनकी बुर मेरे लंड को कस कर जकड़े हुई थी और इस बार मैंने एक और धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उनकी बुर में समा गया और वह जोर जोर से चिलाने लगी उस समय मैंने अपने लंड पर कुछ गिला महसूस किया फिर मैंने देखा तो मेरे लंड पर खून लगा हुआ था और उनकी आँखों से आंसू की धारा बहे जा रही थी और उसके बाद मै उनके ऊपर इसी तरह लेता रहा लगभग पांच मिनट बाद उनका दर्द शांत हुआ तो मैंने आंटी से पूछा अब आप का दर्द सही है तो उन्होंने कहा है ठीक है अब तुम कर सकते हो फिर मैंने धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर करना शुरू किया पर अब उन्हें पहले जितना दर्द नहीं हो रहा था और अब वह कह रही थी सुनील और जोर से पेलो मुझे बहुत मजा आ रहा फिर मैंने उन्हें bed पर ही घोड़ी बनाया और उनकी बुर में पेलना शुरू किया मेरा लंड उनके  बुर को एक लोहे की रॉड की भाटी चीरता हुआ अंदर जा रहा था करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद उनकी बुर ने पानी छोड़ दिया पर मेरा लंड अभी भी पानी नहीं छोड़ा था और उसी तरह उनकी बुर में घुसे जा रहा था उसके बाद मैंने उन्हें bed पर लिटाया और उनके दोनों मोटे पैरो को अपने कंधे पर रखा और फिर से पेलना शुरू किया करीब 5 minte की चुदाई के बाद मेरे लंड ने उनकी बुर में ही दम तोड़ दिया और एक सूखे फूल की भाटी मुरझा गया उसके बाद मैंने अपना लंड उनकी बुर से बाहर निकला तो देखा उनकी बुर सूज गयी थी और उनके बुर का छेद अब बहुत बड़ा होल का रूप ले लिया था अब उनसे ठीक से खड़ा भी नहीं हुए जा रहा था तो उन्होंने कहा सुनील मुझे सहारा दो और मुझे बाथरूम तक ले चलो मैंने उनके एक हाथ को अपने कंधे पर रखा और उनको बाथरूम में ले गया और उनकी बुर को धोया और फिर अपने लंड को भी धोया जिसपर खून के साथ उनका वीर्य भी लगा हुआ था इसके बाद मैंने उन्हें उठाकर उसी कमरे में वापस लाया और bed पर लिटा दिया और उसके बाद उन्होंने कहा सुनील आज जिंदगी का मजा आ गया और उन्होंने कहा आज तक तुम्हारे अंकल ने ऐसी चुदाई नहीं की थी फिर उन्होंने कहा सुनील एक काम करोगे मैंने कहा क्यों नहीं आंटी तो उन्होंने कहा थोड़ा किचेन से एक कटोरे में आयल गर्माकर मेरे बुर की सेकाई कर दो तो मै किचेन में जाकर तेल गर्म करके उनकी बुर की सेकाई की और उसके बाद मैंने कहा आंटी मै चलता हु मौसी मेरा इंतजार कर रही होगी फिर उसके बाद उन्होंने मुझे एक प्यारा किस दिया और जाने को कहा ! इसी तरह मै उन्हें लगातार दो महीने तक चोदा और इन दो महीनो में मैंने आंटी की तेरह बार गार मारी !
        तो दोस्तों आप को यह मेरी sex story कैसी लगी अगर यह स्टोरी आप को पसंद आयी हो तो आप मुझे अपना जवाब comment के माध्यम से भेज सकते है और मै इसी तरह आप के लिए नई नई अपने लाइफ की स्टोरी लाता रहूँगा
          Story पढ़ने के लिए आप लोगो का बहुत धन्यवाद !

1 comment:

  1. Aurat ki gand ki sajavat aisi hoti h k lode khade ho jaave

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